पंजाब के मंत्रियों व कांग्रेसी विधायक नेताओं को दिल्ली पहुचें, तीन दिन करेंगे मंथन

पंजाब के मंत्रियों व कांग्रेसी विधायक नेताओं को दिल्ली पहुचें, तीन दिन करेंगे मंथन


दिल्ली ब्यूरो
-कांग्रेस अंतर्कलह पर भी होगी चर्चा
-अगले वर्ष होना है विधान सभा चुनाव
-नवजोत सिंह सिद्धू, सुखजिंदर रंधावा समेत 25 नेता दिल्ली पहुंच

दिल्ली। पश्चिम बंगाल में करारी शिकस्त के बाद अब पंजाब में अगले वर्ष होने वाले विधान सभा चुनाव को देखते हुए कसरत शुरू कर दी है। कांग्रेस हाईकमान ने इस बीत तैयारी के साथ पहला फोकस पंजाब कांग्रेस की अंतर्कलह को तीन दिन में निपटाने की योजना बनायी है। इसके तहत पंजाब के करीब 25 विधायकों-मंत्रियों को दिल्ली बुला लिया है। इन सभी के साथ आज बातचीत की जाएगी।
कांग्रेस हाईकमान के निर्देश पर पंजाब कांग्रेस की अंतर्कलह को लेकर गठित तीन सदस्यीय समिति 25-25 नेताओं को दिल्ली बुलाकर उनसे बातचीत करेगी। जिन नेताओं को सोमवार को बुलाया गया है, उनके लिए न्यौता पंजाब कांग्रेस कार्यालय की ओर से जारी हुआ और बुलाए गए सभी नेता रविवार शाम नई दिल्ली पहुंच गए हैं। समिति ने मुलाकात के लिए केवल मौजूदा विधायक और मंत्रियों को न्यौता नहीं दिया, बल्कि मौजूदा सांसदों और पूर्व प्रदेश प्रधानों को भी बातचीत के लिए बुलाया है।

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तीन सदस्यीय टीम वन टू वन करेगी बातचीज


मिली जानकारी के अनुसार पहले दौर के लिए जिन नेताओं से समिति मुलाकात करेगी, आज बुलाए गए नेताओं में नवजोत सिंह सिद्धू, ब्रह्म मोहिंदरा, राणा गुरमीत सिंह सोढी, मनप्रीत सिंह बादल, सुखजिंदर सिंह रंधावा, राम आवला, गुरकीरत सिंह कोटली, सुंदर शाम अरोड़ा, राणा गुरजीत सिंह, अरुण डोगरा, राज कुमार चब्बेवाल, राणा केपी, अरुणा चैधरी, राजकुमार वेरका, राकेश पांडेय और चरणजीत सिंह चन्नी, ओपी सोनी, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा प्रमुख है। इन नेताओं को पार्टी के नाराज नेताओं की अग्रिम सूची में देखा जा रहा है।
समिति के तीन सदस्यीय टीम में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, वरिष्ठ नेता जयप्रकाश अग्रवाल और पंजाब के प्रभारी महासचिव हरीश रावत को शामिल किया गया है। बहरहाल अब देखना है कि चुनाव पूर्व कांगे्रस पंजाब में आपसी मतभेद को किस तरह से भूल कर एक जुट होकर मैदान मंे उतरती है।

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