Saranganath Mandir : विगत वर्षो की भाति इस वर्ष भी आस्था और तपस्या की तपोभूमि सारनाथ में स्थित सरंगनाथ मंदिर में 501 परिवारों का सामूहिक रुद्राभिषेक का कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। पूज्य संतों व धर्माचार्यों तथा वैदिक बटुक की उपस्थिति में यह सामूहिक रूद्राभिषेक 25 अगस्त , 2023 (विक्रम संवत् 2080 श्रावण मास शुक्लपक्ष नवमी तिथि) को होने जा रहा है। उक्त बातें सामुहिक रुद्राभिषेक समिति, सारंगनाथ वाराणसी के कोषाध्यक्ष हरि शंकर सिन्हा ने बतायी।
सारंगनाथ मंदिर : एक अरघे में दो – दो शिवलिंग इस मंदिर की विशिष्टता
श्री सिन्हा ने बताया कि विगत दो वर्ष से सारंगनाथ मंदिर पर सामूहिक रुद्राभिषेक का कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष इसे और भव्य तरीके से मनाने का निर्णय लिया गया है। जिसमें एक साथ 501 परिवार सामूहिक रुद्राभिषेक संतों व धर्माचार्यों तथा वैदिक बटुक की उपस्थिति में करेंगे। उन्होंने बताया कि काशी देवाधिदेव महादेव भगवान शिव की नगरी के रूप में जग विख्यात है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव आज भी साक्षात् काशी में विराजमान हैं। इसी काशी से जुड़ा हुआ सारनाथ सावन के महीने में कुछ विशेष हो उठता है। सारनाथ की यह विशेषता यहां एक ऊंचे पहाड़ी नुमा टीले पर स्थित भगवान सारंग नाथ के भव्य और प्राचीन मंदिर से जुड़ी है। सारनाथ का नाम भी इसी मंदिर के कारण पड़ा है। इस स्थल को भगवान शिव की ससुराल के रूप में भक्त मानते हैं। भगवान शिव के इस मंदिर के एक अरघे में दो – दो शिवलिंग इस स्थान की विशिष्टता है।
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
उन्होंने बताया कि सारंग नाथ मंदिर परिसर में सीमित जगह होने के कारण सामुहिक रुद्राभिषेक में पूजक परिवारों की संख्या भी सीमित रखने के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया रखी गयी है। जिससे अनावश्यक भीड न हो। इसके लिए कोषाध्यक्ष के साथ समिति से नामित लोंगों से सम्पर्क कर 1500 रूपये का रसीद कटा कर अपना रजिस्ट्रेशन करा लें। जिससे बाद में परेशानी का सामना न करना पडें।
