Sarangnath Temple Varanasi : सारंगनाथ मंदिर स्थापित होने की प्राचीन कथा
वाराणसी में भगवान शिव की नगरी काशी में एक विशेष मंदिर है जिसे सारंगनाथ मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर को महादेव का ससुराल माना जाता है और यहां भगवान महादेव खुद अपने भक्तों को दर्शन देते हैं। सारंगनाथ मंदिर स्थापित होने की प्राचीन कथा में बताया गया है कि ऋषि सारंग अपनी बहन सती के विवाह में शामिल नहीं हो सके थे। बाद में जब उन्हें पता चला कि उनकी बहन की शादी कैलाश पर रहने वाले औघड़ से हो चुकी है, तो उन्हें खेद हुआ। उन्होंने मॉ की आग्रह परअपने धन के साथ बहन पार्वती व सारंगनाथ के खोज व दर्शन के लिए निकल पडें। खोजते हुए वह वाराणसी में स्थित इस पवित्र स्थान पर एक उचें से टीले पर थक कर विश्राम करने लगे। वे थक गए तो वहां पर नींद आ गई और उन्होंने एक स्वप्न देखा कि काशी नगरी सोने से बनी हुई है और जिस बहन के लिए वह धन-दौलत लेकर आए हैं उस काशी नगरी में महादेव का वास है और वह काशी नगरी पूरी सोने की नगरी है। उन्हें बहुत पछतावा हुआ अपने आप पर जिन्हें वह औघड़ समझते थे वह तो सर्वशक्ति सम्पन्न महादेव हैं। इस घटना के बाद उन्होंने यहां पर तपस्या करने का निर्णय लिया ।
प्राचीन कथा के अनुसार भगवान शिव सांरगनाथ के तपस्या से प्रसन्न होते है और मॉ पार्वती के आग्रह पर वह उनके साथ सारंगनाथ के पास पहुंचते हैं। सांरगनाथ भगवान शिव से कहते हैं कि आप यदि मेरे पर प्रसन्न है तो अपनी इस नगरी के इस स्थल सारनाथ में रहने का वचन दिजिए और प्रत्येक वर्ष श्रावण मास में आप पार्वती के साथ इस स्थल पर निवास करेंगे। कहां जाता है कि तब से प्रत्येक श्रावण मास में ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव और मॉ पार्वती इस मंदिर में निवास करते हैं। कहां जाता है कि देश में यह एक मात्र मंंिदर है जहां एक अरघे में दो शिव लिंग है। जिसमें एक स्वयंभू माना जाता है। प्रत्येक वर्ष पूरे श्रावण मास में यहां भव्य मेला लगता है और आसपास के हजारों की संख्या में लोग भगवान शिव को जल अर्पित करते हैं।और महादेव ने उन्हें अपने साथ बनारस में रहने की आश्वासन दिया।
दर्शन करने से प्राप्त होते हैं विशेष आशीर्वाद
सारंगनाथ मंदिर को महादेव का ससुराल माना जाता है और यहां पर महादेव के साथ सोमनाथ रूप में विराजमान हैं। यहां मंदिर में दो शिवलिंग हैं, जिनमें से एक शिवलिंग लंबा होता है और दूसरा गोलाकार और ऊँचा होता है। मान्यताओं के अनुसार सारंगनाथ मंदिर में दर्शन करने से चर्म रोग ठीक हो जाता है और विवाह के बाद सास-ससुर और पति-पत्नी के संबंध में खुशहाली बनी रहती है। यदि किसी दम्पत्ति को संतान सुख नहीं मिल रहा हो, तो वे इस मंदिर में दर्शन करके अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं।
महादेव का यह मंदिर अत्यंत प्रसिद्ध
सारंगनाथ मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे अत्यंत प्रसिद्ध माना जाता है। यहां आने वाले भक्तों के मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उन्हें विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। सारंगनाथ मंदिर में दर्शन करने से मानो अपने में शक्ति और प्रभुत्व महसूस होता है। यहां के तीर्थ स्थल के दर्शन करने से से आपके जीवन में खुशियां और सफलता की वृद्धि होती है। सारंगनाथ मंदिर में दर्शन करने से मानो आत्मा को शांति और आनंद प्रदान होता है।

सावन में सारंगनाथ मंदिर के दर्शन की विशेष महत्ता
महाशिवरात्रि और सावन महीने में सारंगनाथ मंदिर का दर्शन करने की विशेष महत्ता होती है। इन मास में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और भक्त को उनकी कृपा प्राप्त होती है। सावन मास में दर्शन करने से भक्त के जीवन में समृद्धि और सुख की वृद्धि होती है। यहां के तीर्थ स्थलों पर सावन के महीने में जल अर्चना करने से भक्त की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उन्हें आशीर्वाद मिलता है। सावन मास में सारंगनाथ मंदिर में दर्शन करने से भक्त के ध्यान में शांति और तनाव मुक्ति होती है।
सारंगनाथ मंदिर: शिव भक्तों की प्रमुख पूजा स्थल
सारंगनाथ मंदिर भगवान शिव के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण पूजा स्थल है। यहां पर श्रद्धालु भक्त भगवान महादेव के दर्शन करके अपने मनोकामनाएं पूर्ण कर सकते हैं और उन्हें आशीर्वाद मिलता है। इस मंदिर के प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों में जल अर्चना करने से आपके जीवन में खुशहाली और समृद्धि आती है। सारंगनाथ मंदिर के दर्शन करने से भक्त को आत्मिक शांति मिलती है और उनके मन को प्रकाशमय बनाने में मदद मिलती है।
सारंगनाथ मंदिर: भगवान महादेव के दर्शनों का महत्व
सारंगनाथ मंदिर एक ऐसा स्थान है जहां पर भगवान महादेव अपने भक्तों को आनंदित करते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। यहां के दर्शन से भक्त को चेतना की ऊर्जा मिलती है और उन्हें भगवान महादेव के आशीर्वाद का आनंद प्राप्त होता है। सारंगनाथ मंदिर ज्ञान और आनंद का स्रोत है, जो भक्त के जीवन को समृद्ध करता है और उन्हें उच्चतम स्तर पर ले जाता है। इसलिए, यहां के दर्शन भक्त के आत्मा को प्रकाशित करते हैं और उन्हें आध्यात्मिक एवं शारीरिक सुख प्रदान करते हैं।
इस प्रमुख मंदिर में भगवान महादेव के दर्शन करने की आवश्यकता है और यह एक स्थान है जहां पर आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और आप आत्मा को शांति प्राप्त करते हैं। सारंगनाथ मंदिर का दर्शन करके आप अपने जीवन में सफलता और सुख की प्राप्ति कर सकते हैं।