
Varanasi Crime News
वाराणसी। पतंग लेने निकले साड़ी कारोबारी महमूद आलम (50) की आखिरकार हत्या कर दी गयी। आज पुलिस ने गंगा में उसका शव बरामद किया। पुलिस ने इस हत्या के आरोप में पांडेयपुर की रहने वाली महिला एजेंट, के साथ उसके पति, ससुर, देवर और मऊ के घोसी निवासी साथी सहित पांच लोंगो को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चौक में गद्दीदार के यहां काम करने वाले कर्मचारी ने ही इस पूरे घटनाक्रम की साजिश रची है।
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पुलिस के पूछताछ में सामने आया कि 30 लाख रूपये के लिए कारोबारी को अगवा किया गया था। 20 लाख रुपए पर सौदा तय हुआ। व्यापारी के पास से दो लाख रुपए आरोपियों ने निकाला और शेष रकम के लिए दबाव बनाया गया था। बताया जाता है कि महिला ने लाइफ बीमा के बहाने साड़ी कारोबारी को जाल में फंसाया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि भय के चलते कारोबारी को कोल्ड ड्रिंक में शराब पिलाया गया और फिर दुपट्टे और तार से गला कसकर हत्या की गई। व्यापारी के शव को चुनार पुल के पास गंगा में फेंक दिया गया। पुलिस के अनुसार सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है। उधर इस घटना की जानकारी के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

गौरतलब है कि भेलूपुर थाना क्षेत्र निवासी साड़ी कारोबारी महमूद आलम विगत शनिवार अपराह्न तीन बजे घर से पतंग लेने के लिए निकले थे लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटे। जिससे घर में कोहराम मच गया और अपहरण की आशंका में कारोबारी के पुत्र ने भेलूपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी थी। भेलूपुर थानान्तर्गत गौरी गंज निवासी महमूद आलम की अपने ही निवास स्थान पर साड़ी की गद्दी है और ग्राहकों के आर्डर की मांग पर साड़ी की सप्लाई करते हैं। उनके साथ उनका पुत्र फैजान भी हाथ बटाता है। बड़े पुत्र फैजान के अनुसार अपराह्न 3 बजे पिता महमूद आलम स्कूटी लेकर घर से यह कहते हुए निकले की पतंग खरीदकर आते हैं।
इस बीच रविवार को ही शाम सवा छह बजे पिता महमूद आलम के मोबाइल नंबर से फोन आया। पु़त्र ने बताया था जिसमें वह काफी परेशान लग रहे थे और फोन पर उन्होंने कहा कि मुझे पैसे की जरूरत है, आठ लाख रुपये का इंतजाम करो। अभी कुछ सवाल करता कि फोन कट गया। जब हमने दोबारा फोन मिलाया तो नंबर बंद जाने लगा लेकिन कुछ मिनट बाद ही पिता का दोबारा फोन आया कि तत्काल आठ लाख रुपये का इंतजाम करो और फिर तुरन्त फोन कट हो गया। फिर वापस फोन मिलाने पर उनका नंबर स्विच ऑफ बताने लगा। फैजान के अनुसार आशंका है कि पिता को किसी ने अगवा कर लिया है। फिरौती के रूप में आठ लाख रुपये की मांग की जा रही है।इसके बाद एक्शन में आयी पुलिस ने जब कारोबारी का मोबाइल कॉल को ट्रेस कराया तो आखिरी लोकेशन उनका फूलपुर में मिला। वैसे हरकत में आयी पुलिस ने तत्काल कारोबारी के तफ्तीश के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं। इसी बीच उसकी स्कूटी बीएचयू कैंपस में बरामद हुई।
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इससे पूर्व भी हो चुकी है इस तरह की घटना
गौरतलब है कि इससे पहले भी इस तरह की अपहरण की घटनाएं हो चुकी है। 17 अगस्त 2022 को सोयेपुर शंकरपुरम कालोनी के रहने वाले दया शंकर सिंह यादव के पुत्र देवांश सिंह का अपहरण कर लिया गया था। हालांकि इस घटना में शामिल तीन आरोपियों को लालपुर-पांडेयपुर पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए देवांश को बरामद किया था लेकिन फिर नये वर्ष के शुरूआत में ही इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति से कारोबारियों में दहशत व्याप्त है।