
विजय श्रीवास्तव
-कई घंटे लेट हुई आधा दर्जन ट्रेनें
-पांच-घंटे तक ठप रहा आवागमन
वाराणसी। वाराणसी से गाजीपुर मार्ग पर सुबह लगभग आठ बजे सारनाथ व कादीपुर रेलवे स्टेशन के बीच पियरी गांव के समीप ट्रेक पर चल रही स्पीड में ट्रेन के इंजन पर आगे एक विशाल शीशम के पेड़ के गिरने से अफरातफरी मच गयी। पेड़ गिरने से ट्रेन का आगे का जहां शीशा क्षतिग्रस्त हो गया वहीं ड्राइवर भी घायल हो गया। पेड गिरने से विशाल पेड़ के चलते ट्रेन के उपर लगे हाईटेंशन तार भी टूट कर ट्रेन पर गिर गया लेकिन तत्काल एमसीवी के गिरने से विद्युत कनेक्शन कटने से लाइन कट गयी जिससे कोई विशेष हादसा नहीं हुआ लेकिन तत्काल ट्रेन के झटके के साथ रूकने के कारण कई पैसेन्जर ट्रेन में एक दूसरे के उपर गिर गये।
बताया जाता है कि आज सुबह वाराणसी-मुजफ्फरपुर वाराणसी से चली और गाजीपुर मार्ग पर जब वह सारनाथ रेलवे स्टेशन से आगे बढी तभी पियरी गांव के पास ट्रेन के इंजन पर अचानक एक विशाल शीशम का पेड़ आकर गिर गया। 110 किमी की स्पीड की से चल रही ट्रेन के इंजन पर पेड़ गिरने से इंजन के आगे सामने देखने के लिए डाइवर के आगे लगा शीशा टूट गया जिससे सीसे के टुकडे से डाइवर घायल हो गया। पेड़ के गिरने से उपर तार पूरे ट्रेन पर गिर कर फस गया। जिससे कई घंटे तक ट्रेन रूकी रही। विद्युत तार के ट्रेन डिब्बों के गेट पर के आसपास लिपटने के कारण पैसेन्जर भय के कारण बाहर भी नहीं निकल पा रहे थे। जबकि जिनके गेट के पास तार नहीं था वे बाहर निकल आए थे। घटना के समय वारिस होने के कारण भी रेलकर्मियों को तार को हटाने में काफी परेशानी उठानी पडी। सूचना मिलने पर रेलवे के आला अधिकारी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुच कर राहत कार्य में जुट गये। पेड के गिरने से लगभग 8-10 पोल का तार पूरी तरह से डेमज होकर टूट कर ट्रेन पर गिर कर उसमें फस गया। लोगो का कहना था कि रेल पटरी के किनारें पानी लगे होने के कारण विशाल शीशम का पेड चलती ट्रेन के आगे अचानक गिर पडा। जिससे आगे लगे एक ओर सीसा पूरी तरह से डैमेज हो गया। घटना के चलते गांव व आसपास के लोगो की अच्छी खासी भीड हो गयी। वैसे संयोग था कि कोई बडा हादसा नहीं हुआ। ट्रेन के खडी होने के कारण लगभग आधा दर्जन ट्रेनों आसपास स्टेशनों पर खडी रही। जिसके कारण करीब इस मार्ग पर 5-6 घंटे तक ट्रेनों का आवागमन ठप रहा।