UP : यूपी-उत्तराखण्ड में अकेले लड़ेंगे चुनाव: बसपा सुप्रीमो मायावती

विजय श्रीवास्तव
-2019 में सपा के साथ यूपी में लडी थी बसपा
-बिहार विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के साथ मिल कर लड़ चुकी है चुनाव बसपा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियाू अपनी-अपनी राजनीतिक गोटियां बिछाने लगी है। इसी बीच बसपा सुप्रीमों मायावती ने एक राजनीति घोषणा कर सबको हैरत में डाल दिया। सुश्री मायावती ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड में अकेले दम चुनाव लड़ेंगी। उनके इस घोषणा से असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एमाइम को जोरदार झटका लगा है। अभी तक कयास लगाए जा रहे थे कि बसपा ओवैसी के साथ मिलकर भाजपा व सपा के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
राजनीति जानने वालों का कहना था कि मायावती की पार्टी व असदुद्दीन ओवेैसी की पार्टी दोंनो मिल कर अगर चुनाव लडेगे तो बसपा का वोट बैंक व मुस्लिम वोट मिलकर यूपी में अलग राजनीति समीकरण बनाने में कामयाब हो सकते हैं लेकिन बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अकेले दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान से अलबत्ता सपा व भाजपा ने जरूर राहत की सांस ली होगी क्योंकि इससे मुस्लिम वोटों के धुव्रीकरण का खतरा बढ सकता था। जिससे कम से कम सपा को ज्यादा नुकसान की स्थिति बन सकती थी।


सुप्रीमों मायावती ने यह कह कर कि पंजाब में गठबंधन की गुंजाइश बरकरार रहेगी इससे कांग्रेस व आप पार्टी के लिए जरूर परेशानी की बात होगी। बसपा सुप्रीमो ने उन खबरों का खंडन कर दिया जिनमें कहा जा रहा था कि यूपी में बसपा और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एमाइम के बीच गठबंधन हो सकता है। यह खबर पूर्णतः गलत, भ्रामक और तथ्यहीन है। अपने करीबी सतीश चंद्र मिश्र को मीडिया सेल का नेशनल कोआर्डिनेटर बना कर चुनाव का बिगुल फूक दिया है। मीडिया से बातचीत के दौरान मीडिया को भी हिदायत देना नहीं भूली और अपील की कि वे बहुजन समाज पार्टी के बारे में खबर लिखने, दिखाने या छापने से पहले सतीश चंद्र मिश्र से सही जानकारी जरूर लें। पार्टी का पक्ष रखना जरूरी है। जैसा कि आप जानते है कि 2019 में मायावती और अखिलेश साथ आए थे। लेकिन चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद दांेनो अलग अलग हो गयें।
वैसे पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ा था। तब से ही ये चर्चाएं शुरू हो गई थीं कि यूपी में भी दोनों एक साथ आ सकते हैं। लेकिन अब बसपा सुप्रीमों ने इस खबर पर बयान देकर पूर्ण विराम लगा दिया है।

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