
राकेश सिन्हा
-प्रभात सिंह राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ के हैं महासचिव
-स्थानन्तरण के बावजूद नये स्थल पर नहीं किया ज्वाइन
वाराणसी। राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ एक ओर जहां 29 मई से कार्य बहिष्कार कर आन्दोलनरत हैं वहीं दूसरी ओर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड लखनऊ के प्रबंध निदेशक द्वारा अभियंता संघ के महासचिव प्रभात सिंह स्थान्तारण के बाद न ज्वाइन करने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि प्रभात सिंह जो डिस्कॉम मुख्यालय, लखनऊ में सहायक अभियंता (संबद्ध) हैं, को लखनऊ में ही ठाकुरगंज लखनऊ के उपखंड अधिकारी पद पर तैनात कर दिया है। इसके साथ ही एम देवराज, चेयरमैन, पावर कारपोरेशन द्वारा कारपोरेशन के अन्य अभियंताओं के प्रति उत्पीड़नात्मक कार्यवाही किए जाने के विरुद्ध राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ द्वारा पूरे प्रदेश में 25 मई से असहयोग आंदोलन चलाया जा रहा है जिसके क्रम में 29 मई से अभियंताओं द्वारा पूरे दिन का कार्य बहिष्कार किया जा रहा है।

कारपोरेशन सूत्रों के अनुसार प्रबंध निदेशक, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम मुख्यालय, लखनऊ के आदेश दिनांक 17 मई 2021 द्वारा प्रभात सिंह, सहायक अभियंता, जो अभियंता संघ के प्रदेश महासचिव हैं, को कार्यालय मुख्य अभियंता (वितरण) लेसा सिस, गोमती लखनऊ को आवंटित किया गया, जहां मुख्य अभियंता(वितरण) लेसा सिस,गोमती लखनऊ ने अपने आदेश दिनांक 18 मई द्वारा प्रभात सिंह को रिक्त पद के विरुद्ध उपखंड अधिकारी, विद्युत नगरीय वितरण उपखंड, ठाकुरगंज,लेसा, लखनऊ के पद पर तैनात किया गया। श्री सिंह द्वारा अभी तक अपना कार्यभार नहीं ग्रहण किए जाने को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम मुख्यालय लखनऊ ने संज्ञान में लिया एवं 29 मई को प्रभात सिंह को चेतावनी पत्र निर्गत किया है, जिसमें उनसे कहा गया है कि नवतैनाती स्थल पर अभी तक उनके द्वारा कार्यभार ग्रहण नहीं किया गया है, जिसके फलस्वरूप इस कार्यालय के आदेश 22 मई द्वारा उन्हें कार्यमुक्त किया गया था। स्थानीय दशा में स्थानांतरण होने के पश्चात पूर्व कार्यालय से कार्यमुक्त होने के उपरांत उसी दिवस को नवतैनाती स्थल व कार्यालय में योगदान दिए जाने का प्रावधान हैं। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम मुख्यालय,लखनऊ ने अपने चेतावनी पत्र में यह भी अवगत कराया है कि श्री प्रभात सिंह के तैनाती स्थल ठाकुरगंज, उपखंड कार्यक्षेत्र में 3 अस्पताल ऐसे हैं, जिन्हें कोविड-19 अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है तथा उस क्षेत्र में अनेकों लोग अपने घरों में होम आइसोलेशन में रहकर उपचार प्राप्त कर रहे हैं। श्री प्रभात सिंह को प्रशासन ने यह भी अवगत कराया है कि इस वर्ष के मई और जून महीने में प्राकृतिक आपदाओं आदि के कारण जहां एक और विद्युत आपूर्ति की दृष्टि से काफी संवेदनशील हो जाते हैं,वही बढ़ती गर्मी के कारण घरों में विद्युत आपूर्ति में व्यवधान आने पर सामान्य जनमानस को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। श्री सिंह को निर्देश देते हुए मध्यांचल विद्युत वितरण निगम मुख्यालय ने यह भी अवगत कराया है कि उनके द्वारा आदेश का अनुपालन तत्काल सुनिश्चित न किए जाने की दशा में उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक आचरण नियमावली तथा उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड कार्मिक अनुशासन एवं अपील नियमावली के संगत प्रावधानों के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी, जिसका पूर्ण दायित्व प्रभात सिंह का होगा।

यहां बताना आवश्यक है कि राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ ने आंदोलन शुरू करने के पूर्व यह संकल्प व्यक्त किया था कि ऑक्सीजन प्लांट एवं अस्पतालों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जाएगी तथा जनमानस को होने वाली विद्युत आपूर्ति में इस आंदोलन के कारण किसी प्रकार का व्यवधान नहीं आएगा। अभियंता संघ द्वारा 29 मई से पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार किया जा रहा है और कार्य बहिष्कार का अर्थ होता है कार्य अवधि में आवंटित कार्यों को न करना अथवा अपनी ड्यूटी पर उपस्थित न होना, ऐसे में अभियंता संघ का संकल्प समझ से परे है।