हाॅ मैं धमकी दे रहा हूं, उनके बक्कल उघाड दिए जायेंगे : राकेश टिकैत

नई दिल्ली ब्यूरो
-गाजीपुर बार्डर पर एक भाजपा नेता के स्वागत के दौरान भाजपा कार्यकर्ता व किसानों के बीच जमकर मारपीट
-कृषि कानूनों के विरोध में किसान गाजीपुर बॉर्डर पर बीते सात महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं।
-कई दर्जन वाहनों में हुई तोडफोड

नई दिल्ली। कृषि कानूनों को वापसी के मुददे पर किसान आंदोलन थमता नजर नही आ रहा है। एक ओर जहां सरकार अडयल रवैया अख्तियार कर बैठी है वहीं किसान भी इस मुददे पर एक कदम भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। अनशन में लगभग दो सौ लोंगो की मौत के बाद भी किसानों का आंदोलन आज भी पूरे जोश खरोश जारी है। सात महीने से दिल्ली की तमाम सीमाओं समेत यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की झड़प आज भाजपा समर्थकों से हो गई। आज बुधवार सुबह यूपी गेट पर एक भाजपा नेता के स्वागत के दौरान भाजपा कार्यकर्ता किसान आंदोलन स्थल के अंदर पहुंच गए जिसके बाद उनके और किसानों के बीच मारपीट हो गई। बुधवार सुबह की इस घटना के बाद धरनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात है।


गौरतलब है कि भाजपा के नवनियुक्त प्रदेशमंत्री अमित वाल्मीकि का स्वागत करने के लिए कार्यकर्ता दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर खड़े थे। आरोप है कि दिल्ली से गाजियाबाद वाली लेन पर वाहनों का काफिला जब किसानों के मंच के सामने पहुंचा तो भाजपा कार्यकर्ता किसानों के मंच पर पहुंच गये। जिससे किसानों और भाजपाइयों में नोकझोंक हो गई। किसानों का आरोप है कि भाजपाइयों ने उन्हें अपशब्द कहे, जबकि भाजपाइयों का आरोप है कि किसानों ने अभद्रता की है। भाजपाइयों का आरोप ये भी है कि किसानों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और कुछ गाड़ियों में तोड़फोड़ की। अब मामले में भाकियू की तरफ से भी पुलिस को शिकायत दी जा रही है। जिससे आज एक बार फिर किसान आन्दोलन उग्र हो गया।
हंगामे की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंची है। खबर ये भी है कि इस घटना में भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ी तोड़ी गई है। इस घटना के बाद गाजियाबाद एसएसपी कार्यालय पर भाजपाइयों ने जाम लगा दिया है।


भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मीडिया से कहा

उक्त घटना के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत काफी रोष में दिखे। उन्होंने एक मीडिया चैनल से तो यहां तक कहा कि ‘‘उनके बक्कल उघाड दिए जायेंगे। इस पर यह पूछने पर कि क्या आप धमकी दे रहे हेैं तो उन्होंने कहा कि हाॅ मैं धमकी दे रहा हूं।’’ टिकैत ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता मंच पर कब्जा करना चाहते थे। यह लोग यहां बीते कई दिनों से आ रहे हैं और माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। राकेश टिकैत ने कड़े लहजे में कहा कि भाजपा के किसी भी कार्यकर्ता को प्रदेश में नहीं जाने दिया जाएगा। गांवों में भाजपा के झंडे लगी गाड़ियों को नहीं चलने दिया जाएगा। राकेश टिकैत ने कहा कि यदि किसानों का मंच इतना पसंद है तो पार्टी को छोड़ कर आ जाएं किसान संगठन उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने हंगामा और मारपीट करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। बहरहाल यह निश्चय है कि किसान आन्दोलन अभी थमता नजर नहीं आ रहा है और दिन पर दिन इससे हालात बिगडते जा रहे हैं।

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